Thursday 26 April 2018

हेल्थ टिप्स: लू से सावधानी बजाए जान, ध्यान रखें ये 6 बातें

हेल्थ टिप्स: लू से सावधानी बजाए जान, ध्यान रखें ये 6 बातें


गर्मी बढ़ने के साथ ही लू का प्रकोप भी बढ़ रहा है.इस मौसम में थोड़ी सी असावधानी जीवन के लिए घातक हो सकती है.लू का शिकार न हों, इसके लिए सर्तक रहने की जरूरत हैं.गर्मी के मौसम में ऐसे लू से बचा जा सकता है.
लू से बचाएंगे ये 6 उपाय-
1 -घर से निकलने से पहले भरपेट पानी पी लें.
2 -खाली पेट यानी बिना खाए घर से बाहर न निकलें.
3 -सूती, ढीले एवं आरामदायक कपड़े पहनें.
4 -धूप में निकलते समय सूखे कपड़े अपना सिर ढ़कें.
5 -इसके लिए छाता, टोपी, तौलिया आदि का प्रयोग कम असरदार हो सकता है ऐसे में सूती/खादी की साफी या धोती का इस्तेमाल करें तो बेहतर होगा.







6 -ओआरएस या घर में तैयार लस्सी, छांछ, नीबू पानी, आम का पन्ना आदि का नियमित सेवन करें
Ipl Match Se Paise Kaise Kamaye 3 Way Puri Jankari

Ipl Match Se Paise Kaise Kamaye 3 Way Puri Jankari

आईपीएल ipl से पैसे कैसे कमाएं जानने के लिए पूरा पढ़ें

• Dream11 क्या है और इससे रोजाना घर बैठे पैसे कैसे कमाएं

• Paytm Big Loot : Get 75 Rs. Cash back Of Any transaction New User And Old User

Ipl Match : Dream11 Kya Hai

दोस्तों यह एक प्रकार का एप्लीकेशन तथा वेबसाइट है जिस पर आप अपने मनपसंद खिलाड़ी को खिला कर के आप कुछ पॉइंट प्राप्त कर सकते हैं उन्हीं पॉइंट के आधार पर आपको रैंकिंग मिलती है और दोस्तों सबसे बड़ी बात इसमें आपको पैसे खर्च करने होते हैं कई प्रकार के ऑफर होते हैं जिस प्रकार का आप मैच खेलना चाहते हैं वैसे पैसे लगते हैं लगभग ₹15 ₹26 ₹49 और भी बड़े-बड़े प्लान होते हैं इसमें मेरे हिसाब से यह IPL मैं इनकम करने के लिए बहुत ही अच्छा एप्लीकेशन है आप इसके साथ IPL भी देखते रहेंगे और कुछ पैसे भी कम आते रहेंगे डाउनलोड करने के लिए नीचे क्लिक करें और यह कोड डालें RISHI4678RS


2. Ipl Match : My Jio Application

दोस्तों यह माय जियो एप्लीकेशन है जिसके जियो मुकेश अंबानी जी हैं इसमें आप लाइव मैच स्कोर देख सकते हैं सीरियल वगैरा भी देख सकते हैं और फिल्म वगैरा भी देख सकते हैं लेकिन इस सीजन इस एप्लीकेशन में कुछ अपडेट आया है जिसकी मदद से आप मैच खेलते खेलते रनिंग भी कर सकते हैं सबसे पहले आपको माय जियो एप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा रजिस्टर्ड करना होगा अपने जियो सिम से फिर उसके बाद जब भी मैच IPL होता रहे उसमें कोंटेक्ट चलता रहता है आप को उस में पार्टिसिपेट करना है और आप अच्छा इनकम भी कर सकते हैं


3. Ipl : CricPlay Application Kya Hai

दोस्तों यह एप्लीकेशन भी ड्रीम11 की तरह है परंतु इसमें एंट्री फीस नहीं लगती है और मेरे हिसाब से अच्छा एप्लीकेशन है जिसमें पहली रैंक आने वाले को ₹2000 तथा ₹5000 ऐसे प्राइस मिलते हैं और इसमें आप फ्री में अपना टीम चुन सकते हैं अपने खिलाड़ी को खिला सकते हैं लेकिन सबसे अच्छी बात इस एप्लीकेशन की आपको एंट्री फीस नहीं देना होगा जोकि ड्रीम11 से बेहतर है क्योंकि आप फ्री में मैच खेल रहे हो और एक भी पैसा आपको खर्च नहीं करना है अगर आप जीतते हो तो अलग से पैसे कमा सकते हैं तुम मेरे हिसाब से सबसे अच्छा एप्लीकेशन है इन तीनों एप्लीकेशन में डाउनलोड करने के लिए नीचे क्लिक करें


Thursday 12 April 2018

आपके मोबाइल की बैटरी कब फट सकती है?


  • आपके मोबाइल की बैटरी कब फट सकती है?


मोबाइल की बैटरी फटने की घटनाएं इससे पहले भी होती रही हैं लेकिन, यह घटना अपने आप में इसलिए अलग है क्योंकि यहां बैटरी फटने से मोबाइल यूजर की मौत हो गई. मोबाइल फटने की घटनाएं कुछ समय में जिस तरह से बढ़ी हैं, उसे देखते हुए मोबाइल और उसकी बैटरी के बारे में जानकारी होना जरूरी है. आइये जानते हैं मोबाइल की बैटरी के बारे में वह सबकुछ जो आपको पता होना ही चाहिए.
बैटरी कैसे काम करती है?
स्मार्टफोन में इस्तेमाल होने वाली लिथियम आयन बैटरी क्यों फटती है, यह जानने से पहले इस बैटरी के काम करने के तरीके को जानना बेहद जरूरी है. मोबाइल की बैटरी में लिथियम का प्रयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि यह काफी हल्का होता है और ज्यादा एनर्जी यानी ऊर्जा स्टोर कर सकता है. इस बैटरी में दो इलेक्ट्रोड होते हैं. एक पर धनावेश (पॉजिटिव चार्ज) वाले आयन होते हैं जिसे कैथोड कहते हैं. इसमें लिथियम भरा होता है. दूसरा इलेक्ट्रोड एनोड कहलाता है जिस पर ऋणावेश (नेगेटिव चार्ज) वाले आयन होते हैं.

फोटो : रिसर्च डॉटनेट
जब मोबाइल को चार्ज किया जाता है तो लिथियम आयन कैथोड से एनोड पर जाने लगते हैं और जब बैटरी डिस्चार्ज हो रही होती है तो ये आयन वापस एनोड से कैथोड पर चले जाते हैं. इन दोनों इलेक्ट्रोडों के बीच रासायनिक पदार्थों (कैमिकल) का एक मिश्रण होता है जिसे इलेक्ट्रोलाइट कहते हैं. इलेक्ट्रोलाइट कैथोड और एनोड के बीच आयनों के स्थानांतरण को आसान बनाकर करंट यानी धारा का प्रवाह करता है. ध्यान रखने वाली बात यह है कि इस दौरान कैथोड और एनोड एक दूसरे से कभी नहीं मिलने चाहिए. इन्हें दूर रखने के लिए इनके बीच में एक दीवार या विभाजक (सेपरेटर) लगाया जाता है.
सैमसंग गैलेक्सी नोट 7 की बैटरी फटने का कारण
बीते कुछ समय के दौरान मोबाइल की बैटरी फटने की सबसे चर्चित खबर सैमसंग गैलेक्सी नोट 7 को लेकर रही थी. इसके चर्चा में रहने की एक वजह यह भी थी कि नोट 7 कंपनी का फ्लैगशिप फोन था जिसकी कीमत 60 हजार रुपये से भी ऊपर है और जो वर्ग इस फोन का इस्तेमाल करता है वह और उसकी पसंद-नापसंद मोबाइल कंपनियों के लिए काफी मायने रखते हैं. इस घटना के बाद कंपनी ने सभी ग्राहकों से उनके स्मार्टफोन वापस ले लिए थे. इस पूरे प्रकरण से सैमसंग को करीब तीन अरब डॉलर यानी लगभग 20 हजार करोड़ रु का नुकसान हुआ था. इस घटना का यहां जिक्र करना इसलिए जरूरी है क्योंकि इस मामले में रिसर्च के बाद बैटरी फटने के जो कारण सामने आए उनसे इस समस्या को आसानी से समझा जा सकता है.
बैटरी फटने के कारणों के बारे में सैमसंग की तरफ से बताया गया था कि दो इलेक्ट्रोड आपस में जुड़ जाने की वजह से ही बैटरी से धुआं निकलने और फटने की घटनाएं हुई. अधिकारियों के मुताबिक कुछ मोबाइल सेट्स की बैटरियों में इलेक्ट्रोडों के बीच लगे सेपरेटर में दिक्कत होने के कारण कैथोड और एनोड आपस में मिल गए थे. अमेरिका की एक संस्था ने भी शोध के बाद बताया था कि नोट 7 में बैटरी को काफी टाइट और पतला बनाया गया था जिस वजह से उसके इलेक्ट्रोड आपस में मिल जाते थे.
जानकारों के मुताबिक कैथोड और एनोड का मिलना किसी भी बैटरी के लिए सबसे बुरी स्थिति मानी जाती है. जब ये दोनों इलेक्ट्रोड मिलते हैं तो सारी ऊर्जा इनसे निकलकर इलेक्ट्रोलाइट में जाने लगती है. ऐसे बैटरी में गर्मी बढ़ने लगती है और इलेक्ट्रोलाइट इतना स्थायी और मजबूत नहीं होता है कि इस स्थिति को संभाल सके. बढ़े तापमान पर इलेक्ट्रोलाइट के कैमिकल बैट्री में उपलब्ध अन्य कैमिकल के साथ क्रिया (रिएक्शन) करना शुरू कर देते हैं. इसके नतीजे में ऐसी गैसें बनती हैं जो बैटरी की गर्मी को और बढ़ा देती हैं. ये रिएक्शन बार-बार होते हैं और बैट्री का तापमान तेजी से बढ़ता चला जाता है. इस सिलसिले को रसायन विज्ञान में ‘थर्मल रनवे’ कहते हैं जिसका अंत बैटरी में आग लगने या विस्फोट होने के साथ होता है. हालांकि, कभी-कभी इस स्थिति में कुछ मोबाइल फटने के बजाय बंद या शटडाउन भी हो जाते हैं.
कई परिस्थितियां हैं जिनमें कैथोड और एनोड आपस में मिल सकते हैं या बैटरी फट सकती है.
मोबाइल ओवरचार्जिंग
मोबाइल ओवर चार्जिंग की समस्या तब आती है जब बैटरी को कई घंटों तक चार्जिंग पर लगाकर छोड़ दिया जाता है. इस स्थिति में कैथोड से एनोड पर जरूरत से ज्यादा लिथियम आयन पहुंच जाते हैं. एक साक्षात्कार में प्रिन्सटन विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक डैन स्टेंगार्ट कहते हैं कि मोबाइल की बैटरी को एक रबड़ बैंड के उदाहरण से समझा जा सकता है. बैट्री को चार्ज करना ऐसा ही है जैसे रबड़ बैंड को खींचना और जब बैटरी का इस्तेमाल हो रहा होता है तो यह रबड़ बैंड के वापस अपनी स्थिति में आने जैसा होता है. जिस तरह से रबड़ को ज्यादा खींचने पर वह टूट जाता है उसी तरह ओवर चार्जिंग से एक साइड में इकट्ठा हुए ज्यादा लिथियम आयनों के कारण बैटरी भी फट सकती है.
हालांकि, डैन यह भी कहते हैं ज्यादातर मोबाइल की बैटरियों में ओवर चार्जिंग से बचाने की सुविधा भी दी जाती है जिसमें फुल चार्ज होने पर बैटरी अपने आप चार्ज होना बंद हो जाती है. लेकिन, हाल के दिनों में इस व्यवस्था में भी दिक्कतें पाई गई हैं. इसी कारण कई जानकार कभी भी बैटरी को 100 प्रतिशत चार्ज न करने की सलाह भी देते हैं.
फास्ट चार्जिंग
पिछले दिनों कई मोबाइल कंपनियों ने बैटरी को तेजी से और जल्दी चार्ज करने की सुविधा (फास्ट चार्जिंग) भी अपने स्मार्टफोन या उसके चार्जरों में दी है. इस तरह से बैटरी में ज्यादा एनर्जी को कम समय में स्टोर किया जाता है. बैटरी की तकनीक से जुड़े जानकार इस सुविधा को भी काफी ज्यादा खतरनाक मानते हैं. वे इससे बैटरी में ‘प्लेटिंग’ की समस्या आने की बात कहते हैं. उनके मुताबिक दोनों इलेक्ट्रोड (कैथोड और एनोड) अंडे की क्रेट की तरह होते हैं. चार्जिंग के समय लिथियम आयन को अंडों की तरह एनोड की क्रेट में बने खांचों में व्यवस्थित होना होता है.
जब बैट्री को आराम से चार्ज किया जाता है तो कैथोड से आने वाले आयनों के पास एनोड के इन खांचों में व्यवस्थित होने के लिए पर्याप्त समय होता है. लेकिन, जब फास्ट चार्जिंग होती है तो ये आयन तेजी से और ज्यादा संख्या में एनोड पर आते हैं जिससे ये एनोड की क्रेट के खांचों में सही से व्यवस्थित नहीं हो पाते. ऐसे में ज्यादातर आयन अंडे की क्रेट के बाहर एकत्र हो जाते हैं और फिर एक के ऊपर एक इकट्टा होकर सुईनुमा संरचना बना लेते हैं. इस संरचना को डेनड्राईट कहते हैं जो बैटरी के अंदर शार्ट सर्किट जैसी समस्या उत्पन्न कर देती है.
इन समस्याओं से बचने की तैयारी
कुछ मोबाइल कंपनियों ने भविष्य में बैट्री फटने की समस्या से निजात पाने के लिए तरीके ढूंढने भी शुरू कर दिए हैं. इसके लिए वैज्ञानिक इलेक्ट्रोलाइट को ऐसे रासायनिक पदार्थों से बनाना शुरू कर रहे हैं जो ज्यादा गर्मी को सहन कर सके और ज्यादा तापमान पर अन्य रासायनिक पदार्थों से रिएक्शन न करे. हालांकि, इन खबरों के बाद भी कुछ वैज्ञानिक दावा करते हैं कि ऐसा करके समस्या को सिर्फ कुछ समय के लिए टाला जा सकता है, लेकिन खत्म नहीं किया जा सकता. इनके मुताबिक जितनी तेजी से बैटरियों में ऊर्जा बढ़ाने के उपाय किए जा रहे हैं उससे यह तरकीब भी जल्द ही असफल हो जाएगी.
क्या चार्जिंग के समय फोन को इस्तेमाल करने से बैटरी फटती है?
पिछल सालों में हुई कई घटनाओं में पाया गया है कि फोन तब फटा जब वह चार्जिंग पर लगा हुआ था और उसे इस्तेमाल किया जा रहा था. ऐसे में कई लोगों का मानना है कि फोन को चार्ज करते समय इस्तेमाल करने की वजह से वह फट जाता है. हालांकि, तकनीक से जुड़े लगभग सभी जानकार इस बात से इनकार करते हैं. इन लोगों के मुताबिक एक अच्छी कंपनी के फोन के चार्जिंग के समय फटने की वजह यह नहीं हो सकती. इन लोगों के मुताबिक ऐसी घटनाएं होने की संभावना तब बढ़ जाती है, जब लोग अपने मोबाइल में लोकल बैटरी का इस्तेमाल करते हैं. ऐसी ही स्थिति तब भी होती है जब मोबाइल को किसी लोकल चार्जर से चार्ज किया जाता है.
पिछले सालों में चार्जिंग के समय मोबाइल फटने की जो भी घटनाएं हुईं, उनमें से लगभग सभी में लोकल चार्जर का इस्तेमाल किया जा रहा था. जानकारों के मुताबिक लोकल चार्जर और लोकल बैटरी जरूरी मानकों को पूरा नहीं करते हैं. साथ ही इन्हें कई तरह की टेस्टिंग के बिना ही बाजार में उतार दिया जाता है. ये लोग यह भी बताते हैं कि इनमें बैटरी को ओवर चार्जिंग से बचाने के लिए सेफ्टी का कोई सिस्टम नहीं होता जिससे बैटरी फटने की संभावना बढ़ जाती है.
कई जानकार यह सलाह भी देते हैं कि स्मार्टफोन को हमेशा उसी चार्जर के साथ चार्ज करना चाहिए जो उसके साथ मिला हो. अगर ऐसा न हो सके तो कम से कम इस बात का ध्यान जरूर रहे कि जो चार्जर आप इस्तेमाल कर रहे हैं, उसकी आउटपुट वोल्टेज और करंट रेटिंग आपके फोन के साथ आए चार्जर से मैच करती हो.

Wednesday 11 April 2018

Girlfriend shopping centre information

Girlfriend shopping centre information

यहां सिर्फ 13 रुपए में मिल रही किराए पर गर्लफ्रेंड, मगर पूरी करनी होगी इनकी छोटी सी शर्त


इस दुनिया में कब क्या हो जाए किसी को नहीं पता। आजकल हमें देश-विदेशों से ऐसी अजीबो-गरीब खबरें सुनने को मिलती हैं जो काफी हैरान कर देने वाली होती है। बता दें कि दुनिया में आजकर ऐसी-ऐसी आश्चर्यजनक नौकरियां निकल आई है जिन पर यकीन करना भी मुश्किल है। यह बात तो सच है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपना घर चलाने के लिए कोई नौकरी या धंधा करना ही पड़ता है, आजकल लोग पैसे कमाने के लिए कोई भी काम धंधा करने को तैयार हो जाते हैं। लेकिन चौंका देने वाली बात यह है कि अब तो लोग ऐसे शॉपिंग सेंटर भी खोलने लगे हैं जो किराए पर गर्लफ्रेंड मुहैया कराते हैं। आपको सुनकर हंसी आ रही होगी लेकिन यह बिल्कुल सच है दरअसल हमारे पड़ोसी देश चीन में इन दिनों किराए की गर्लफ्रेंड बनने का चलन चल निकला है।
चीन में मिल रही है किराए पर गर्लफ्रेंड :
लगभग प्रत्येक लड़के की ख्वाइश होती है कि उसकी कोई गर्लफ्रेंड हो जिसके साथ वह है प्यार भरी बातें और हंसी मजाक कर सके। लेकिन जरूरी नहीं कि सभी लड़कों की गर्लफ्रेंड हो। ऐसे में अब हमारे पड़ोसी देश चीन में एक ऐसा शॉपिंग सेंटर खुला है जो आपकी गर्लफ्रेंड की आवश्यकता को पूरा कर सकता है। दरअसल, रिपोर्ट के मुताबिक चीन के शहर हुआन में एक शॉपिंग सेंटर ने 15 लड़कियों को किराए पर उपलब्ध कराया है। यहां वाइटैलिटी सिटी शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के मेन गेट पर आपको कई खूबसूरत लड़कियां खड़ी मिल जाएंगी आप इनमें से जिसे चाहे डेट पर ले जा सकते हैं इसके लिए आपको बस एक छोटी सी शर्त माननी पड़ेगी।
मनपसंद लड़की के साथ बिता सकते हैं समय :
अगर आप भी इन लड़कियों के साथ समय बिताना चाहते हैं तो बता दें कि यह लड़कियां आप को किराए पर मिलेंगी जिसके लिए आपको छोटी सी कीमत अदा करनी होगी। आप जिस भी लड़की को चाहे सिलेक्टर कर सकते हैं बदले में उसके लिए महज 13 रुपये चुकाने होंगे। देखा जाए तो यह कोई बड़ी कीमत नहीं है और इतने रुपए तो गर्लफ्रेंड के लिए कोई भी देने को तैयार हो जाएगा। एक बार पैसे चुकाने के बाद आप अपनी मनपसंद लड़की के साथ 20 मिनट तक बिता सकते हैं। इस दौरान आप उसके साथ शॉपिंग, लंच या डिनर या फिर कोई मूवी देखने भी जा सकते हैं। लेकिन इसके लिए जो सबसे बड़ी शर्त रखी गई है वह यह है कि आप उस लड़की को बिना उसकी मर्जी के छू नहीं सकते।
लड़के और लड़कियां इस पेशे में बना रहे हैं अपना कैरियर :
आपको बता दें कि ऐसा सिर्फ चीन में नहीं बल्कि विश्व के कई अन्य देशों में किराए पर गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड मिलने लगे हैं। बहुत से लड़के और लड़कियों ने इस काम को अपना प्रोफेशन बना लिया है जिससे उनकी अच्छी खासी आमदनी भी हो जाती है। यह ट्रेंड पूरी दुनिया में फैलता जा रहा है। बहुत से ऐसे लोग जिनके पास गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड नहीं है और वह अपने जीवन में उनकी कमी महसूस करते हैं उनके लिए यह किसी सपने से तो कम नहीं है।

Best charging tips

99% लोग नहीं जानते हैं स्‍मार्टफोन जल्‍दी चार्ज करने का ये स्मार्ट तरीका, नहीं होगा विश्वास

यूटिलिटी डेस्क। कई लोगों को बार-बार स्मार्टफोन की बैटरी खत्म होने की प्रॉब्लम रहती है। लेकिन इसके पीछे की वजह कई लोग नहीं जान पाते हैं। यहां हम आपको मोबाइल में ही मौजूद कुछ ऐसी सेटिंग्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनमें थोड़े चेंजेस करके स्मार्टफोन की बैटरी को जल्दी खत्म होने से बचाया जा सकता है।
सेटिंग नम्बर 1
इसके लिए सबसे पहले आपको सेटिंग्स ऑप्शन में जाना होगा। यहां आपको डेटा यूसेज ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। जैसे ही आप इस ऑप्शन में जाएंगे वैसे ही थोड़ा नीचे आपको बैकग्राउंड डेटा का ऑप्शन मिलेगा। इसके क्लिक करने के बाद काफी सारी एप्लिकेशन्स दिखाई देंगी। इनमें से उन एप्लिकेशन्स को बंद कर दें जिनको आप ज्यादा यूज नहीं करते हैं।
सेटिंग नम्बर 2
इसके लिए गूगल प्ले स्टोर में जाएं। अब लेफ्ट हेंड साइड मौजूद इस तीन लाइन वाले ऑप्शन पर क्लिक करें। यहां पर आपको सेटिंग्स का ऑप्शन दिखाई देगा, इसे क्लिक करें। जैसे ही इस ऑप्शन पर आप क्लिक करेंगे यहां पर ऑटो अपडेट ऐप्स का ऑप्शन दिखाई देगा। इस पर क्लिक करने के बाद आपको Do not auto-update apps का ऑप्शन दिखाई देगा, इसे सिलेक्ट कर लें। ऐसा करने से आपके मोबाइल में नेट ऑन करते ही कोई भी ऐप अपने आप अपडेट नहीं होगा जिससे बैटरी और डेटा दोनों ही बचाने में मदद मिलेगी।